आज महँग़ाई दर विज्ञान के नियमों पर चल रही है
तभी तो महगाँई दर मे जब ॠणात्मक वृद्धि हो रही है
तो ॠण और धन सन्तुलित करने के लिये सभी
चीजों के दामों मे धनात्मक(भयात्मक) वृद्धि हो रही है
Friday, August 7, 2009
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मन मे उठने वाले तरगो को शब्दों मे समेटना
2 comments:
बहुत खूब कहा है भयात्मक
sunder rachna ......!!
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